अधिकारीयों की मिलीभगत या ठेकेदार का रसूख, चारपहिया वाहन से गाँवों की दुकानों में दी जा रही शराब
सिवनी मालवा तहसील क्षेत्र में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। नियमों को ताक पर रखकर शराब ठेकेदार द्वारा चारपहिया वाहनों के जरिए गाँव-गाँव में शराब पहुंचाकर खुलेआम बिक्री की जा रही है। इस अवैध कारोबार को रोकने की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों की है, वे मौन साधे बैठे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिवनी मालवा नगर और आसपास के ग्रामीण अंचलों में शराब ठेकेदार द्वारा निजी वाहनों से गांवों में शराब पहुंचाई जाती है। ठेकेदार द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से शराब की बिक्री के लिए चारपहिया वाहनों को चलती फिरती दुकान बना दिया गया है। इन वाहनों में बैठकर कर्मचारी गांव के चौराहों और गलियों में शराब गाँव की दुकानों पर देते दिखाई दे रहे हैं।
विडियो में साफ़ दिखाई दे रहा है की ग्राम लोखरतलाई में एक चारपहिया वाहन से शराब ठेकेदार के लोग दुकान पर शराब बिक्री के लिए दे रहे है। स्थानीय रहवासियों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया की यहाँ प्रतिदिन शराब से भरी हुई गाड़ी आती है और दुकानों पर शराब देकर जाती है। इन दुकानों के कारण युवा पीढ़ी तेजी से शराब की गिरफ्त में आ रही है। कई बार ग्रामीणों द्वारा पुलिस और आबकारी विभाग को इसकी सूचना दी गई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे स्पष्ट है कि इस पूरे खेल में अधिकारियों की मिलीभगत भी हो सकती है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत शराब की बिक्री केवल लाइसेंसी दुकानों के परिसर में ही की जा सकती है, वाहन से या खुले में बिक्री पूरी तरह अवैध है। क्या आबकारी विभाग और पुलिस को इस अनियमितता की जानकारी नहीं है? ग्रामीणों ने मांग की है कि इस अवैध शराब विक्रय पर तत्काल रोक लगाई जाए और शराब ठेकेदार एवं संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
पूरे मामले को लेकर आबकारी उपनिरीक्षक हेमंत चौकसे ने बताया की आबंटित दुकान के अलावा अन्य स्थानों से शराब की बिक्री करना पूर्णत: गलत है मेरे पास भी अभी विडियो आया है जिसमे कुछ लोग चारपहिया वाहन से पेटियां उतारते दिखाई दे रहे है। पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी।