आदिवासी ग्राम बंदी से कृषि भूमि से मिट्टी का अवैध उत्खनन जारी, पटवारी के पंचनामा बनाने के बाद भी नहीं हो पाई कार्रवाईआदिवासी ग्राम बंदी से कृषि भूमि से मिट्टी का अवैध उत्खनन जारी, पटवारी के पंचनामा बनाने के बाद भी नहीं हो पाई कार्रवाई
Spread the love

सिवनी मालवा के आदिवासी अंचल के ग्राम बंदी में आदिवासी किसान की लगानी जमीन से मिट्टी उत्खनन कर रोड निर्माण के काम में लाई जा रही है। जिसकी शिकायत होने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। ग्राम पटवारी और ग्राम कोटवार ने कार्य रूकवाकर पंचनामा बनाया। किंतु खनिज अधिकारियों के हस्तक्षेप न करने के कारण उत्खनन जारी है। वही जिस पोकलेन मशीन से अवैध उत्खनन किया जा रहा है उसका चालक भी नाबालिक है।

यह अवैध उत्खनन पटवारी हल्का संख्या 80 ग्राम बंदी के खसरा संख्या 69/3 रकबा 0.809 हेक्टेयर भूमि पर पोकलेन मशीन के माध्यम से किया जा रहा है। भू-अभिलेखों में यह भूमि रामकुंवर पत्नी सुखलाल कोरकू के नाम पर दर्ज है। पटवारी पवन ताम्रकार और कोटवार ने मौके पर जांच के दौरान 04 ट्रक घटना स्थल पर खड़े तथा 03 ट्रक कृषि भूमि की काली सफेद मिट्टी का परिवहन करते पाए गए। ट्रकों के नंबर UP93CT3312, UP93CT7953, UP93DT0158 थे। इन ट्रकों के अतिरिक्त भी अन्य ट्रकों से मिट्टी ले है जा रही थी। पटवारी और कोटवार के द्वारा जांच के दौरान मशीन सहित ट्रक घटना स्थल से बाहर चले गए और शाम 6 बजे तक उत्खनन कार्य नहीं किया गया। किंतु रात में पुनः उत्खनन कार्य प्रारंभ कर दिया गया जो लगातार चल रहा है।

मौका जांच में पाया गया कि जांच के दौरान तक लगभग 20 ट्रक से अधिक काली सफेद मिट्टी (कृषि भूमि की मिट्टी) का अवैध उत्खनन किया जा चुका था। इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से भी खनन विभाग के निरीक्षक को अवगत कराया जा चुका है। किंतु आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है और अवैध उत्खनन जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, नाहरकोला कलां में किसी सड़क निर्माण में मुरम के स्थान पर कृषि भूमि की मिट्टी डाली जा रही है। शासन की ओर से आदिवासियों के अधिकारों की सुरक्षा प्रदान की जाती है किंतु यहां आदिवासी भूमि स्वामी की जमीन में बड़े-बड़े गड्ढे बनाए जा रहे हैं। तब भी खनन विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं जाना आश्चर्य का विषय है। इस अवैध उत्खनन के दौरान कृषि भूमि पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाएंगे जिससे कृषि कार्य करना संभव नहीं रह पाएगा। इस बारे में नायब तहसीलदार दीप्ती चौधरी ने बताया लो आदिवासी की कृषि भूमि से अवैध उत्खनन के संबंध में हमने प्रतिवेदन बनाकर वरिष्ठ कार्यालय को कार्यवाही हेतु भेजा है। वही एसडीएम सरोज परिहार ने बताया की ये प्रकरण मेरी जानकारी में नहीं है, यदि नायब तहसीलदार ने पंचनामा बनाया है तो कार्रवाई की जाएगी।