पानी के अभाव में सूखने की कगार पर मूंग की फसल, प्रशासन की लापरवाही या जनप्रतिनिधियों की बेरुखीपानी के अभाव में सूखने की कगार पर मूंग की फसल, प्रशासन की लापरवाही या जनप्रतिनिधियों की बेरुखी
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सिवनी मालवा के टेल क्षेत्र में नहरों के पानी आने की उम्मीद में किसानो ने मूंग फसल की बुवाई कर दी थी। मूंग में इन दिनों अंतिम पानी की दरकार है, लेकिन किसान खासे परेशान हैं। गर्मी से जल स्तर नीचे चला गया है वही नहरों में पानी भी नहीं पहुँच पाया है जिससे खेतों में खड़ी मूंग फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है। सिंचाई के अभाव में मूंग फसल पीली पड़ने लगी है। इसके कारण किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

ग्राम बिसोनी कला के उपसरपंच शिशिर यादव ने बताया की नहर विभाग और कलेक्टर से चुनाव से पहले भी सभी किसानो ने बिसोनी क्षेत्र की नहरों में पानी उपलब्ध कराने की मांग की गई, लेकिन प्रशासन ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया। वर्तमान में नहरों का पानी नदी-नालों में व्यर्थ बह रहा है, लेकिन सिंचाई के लिए किसानों को नहीं दिया जा रहा है। नहरों में पानी आने से जल स्तर में सुधार हो सकता है।

किसानों ने बताया की हमने कई बार नहर विभाग में जाकर आवेदन निवेदन भी किया परन्तु किसानो को सिर्फ आश्वासन ही प्राप्त हुआ। किसानों ने बताया उन्हें लगभग 10 हजार रुपए प्रति एकड़ के मान से मूंग फसल की बुवाई खर्च आया है। अब फसल मुरझाने से किसानो को नुकसान उठाना पड़ सकता है। साथ ही मौसम के बदलाव के चलते फसलों में इल्लियों का प्रकोप भी होने लगा है। परन्तु प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है।