सिवनी मालवा नवागत एसडीएम विजय राय ने की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, नरवाई प्रबंधन पर दी सख्त हिदायतें
सिवनी मालवा तहसील कार्यालय में नवागत एसडीएम विजय राय ने पदभार ग्रहण करने के बाद शनिवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के किसानों से नरवाई (फसल अवशेष) प्रबंधन को लेकर चर्चा की और जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के कलेक्टर के निर्देशानुसार तहसील स्तर पर नरवाई जलाने की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी तथा इसके प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा।
चौपालों के माध्यम से जागरूकता अभियान
एसडीएम राय ने बताया कि तहसील क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में चौपालों के माध्यम से नरवाई प्रबंधन पर विशेष चर्चा की जाएगी। इसके लिए कृषि विभाग, राजस्व विभाग और पंचायत विभाग को संयुक्त रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों को यह बताया जाएगा कि नरवाई जलाना न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है बल्कि इससे मिट्टी की उर्वरकता भी घटती है। उन्होंने कहा, “हम सभी ग्रामीणों से अनुरोध करते हैं कि वे अपने खेतों में नरवाई न जलाएं। इससे वातावरण में प्रदूषण बढ़ता है, हवा में जहरीले कण फैलते हैं और मिट्टी की उपजाऊ शक्ति पर भी बुरा असर पड़ता है।”
नरवाई का वैकल्पिक उपयोग — किसानों के लिए फायदेमंद
एसडीएम राय ने कहा कि नरवाई को जलाने के बजाय किसान रिपर, रोटावेटर या अन्य कृषि मशीनों के माध्यम से इसका उपयोग भूषा या जैविक खाद बनाने में करें। इससे उन्हें आर्थिक लाभ भी होगा और भूमि की उर्वरकता बनी रहेगी। कृषि विभाग किसानों को इस दिशा में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
नियम तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
एसडीएम ने चेतावनी दी कि यदि किसी खेत में नरवाई जलाने की घटना पाई जाती है तो संबंधित किसान या व्यक्ति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं “यदि कोई व्यक्ति नरवाई जलाते हुए पाया जाता है तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, जुर्माना भी लगाया जाएगा और गंभीर मामलों में जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी।”
किसानों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील
एसडीएम विजय राय ने अंत में सभी किसानों से प्रशासन के अभियान में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य किसी को दंडित करना नहीं बल्कि जागरूकता के माध्यम से पर्यावरण और भूमि की रक्षा करना है। “हम सभी का लक्ष्य है कि सिवनी मालवा क्षेत्र को पर्यावरण संरक्षण और सतत खेती के क्षेत्र में एक उदाहरण के रूप में स्थापित किया जाए।”

