सिवनी मालवा के शासकीय कन्या महाविद्यालय में इको-क्लब द्वारा अंतर्राष्ट्रीय जैवविविधता दिवस 22 मई 2024 को मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2024 का विषय “Be part of of the plan” इस वर्ष की थीम पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. उमेश कुमार धुर्वे ने जैव विविधता और मानवता पर उसके प्रभाव विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि मानव ही प्रकृति का सबसे अधिक दोहन कर रहा है, जिससे कई जैविक प्रजातियां विलुप्त होने कि कगार पर आ गयी हैं। आज इस दिशा मे कार्य करना बहुत आवश्यक हो गया हैं।
जैव विविधता पृथ्वी पर जीवन की आधार है, जिसमें पेड़-पौधों से लेकर, जानवर, कवक और कई तरह के सूक्ष्मजीव भी शामिल हैं। जो मानव स्वास्थ्य और कल्याण के लिए बहुत जरूरी हैं। इनके जरिए हमें भोजन पानी, दवा और कई जरूरी संसाधन प्राप्त होते हैं। जैव विविधता कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं से बचाने में भी मदद करती है। मानव गतिविधियों जैसे पेड़ काटना, गंदगी फैलाना, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के चलते आज जैव विविधता खतरे में है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित इस दिन का मनाने का उद्देश्य जैव विविधता के बारे में लोगों की समझ बढ़ाना और इसके संरक्षण के प्रति उन्हें जागरूक करना है।
इको-क्लब प्रभारी डॉ. सतीश बालापुरे ने सभी का आभार व्यक्त किया साथ ही पौधरोपण अधिक से अधिक करने का संकल्प दिलाया। रजनीकांत वर्मा वनस्पति शास्त्र द्वारा तैयार नर्सरी से पौधो का वितरण किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक तथा छात्राएँ उपस्थित रहीं।