अवैध संबंधो के चलते अमृतलाल चौरे की हत्या कर नहर में फेंका, एक युवती सहित 4 आरोपी गिरफ्तारअवैध संबंधो के चलते अमृतलाल चौरे की हत्या कर नहर में फेंका, एक युवती सहित 4 आरोपी गिरफ्तार
Spread the love

सिवनी मालवा में सूरजपुर की बड़ी नहर में मिले शव को देख पुलिस ने हत्या का अंदेशा जताया था। इटारसी पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा शनिवार को किया। दिनांक 15 अप्रैल को थाना इटारसी में अमन चौर निवासी पुरानी इटारसी ने अपने पिता अमृतलाल चौरे उम्र 45 वर्ष के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिस पर गुम इंसान कायम कर जाँच की जा रही थी।

इसी बीच थाना सिवनी मालवा अंतर्गत सूरजपुर नहर में अज्ञात व्यक्ति जिसके पैर बंधे होकर चोटिल था का शव मिलने से थाना सिवनी मालवा में मर्ग कायम कर अज्ञात व्यक्ति की पहचान गुमशुदा अमृतलाल चौरे के रूप में उनके परिजन द्वारा की गई। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक की मौत मारपीट कर अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या करना पाया जाने से थाना सिवनी मालवा में देहाती अपराध धारा 302, 201 II°C का पंजीबद्ध कर थाना इटारसी के गुम इंसान से सम्बंधित होने से असल अपराध थाना इटारसी में पंजीबद्ध किया गया था।

चूँकि मामला जघन्य हत्या एवं पेचीदा होने से मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डा. गुरकरन सिंह तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्र के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) इटारसी महेन्द्र सिंह चौहान ने थाना प्रभारी इटारसी गौरव सिंह बुंदेला के नेतृत्व मे एक टीम गठित कर अपराध का शीघ्र खुलासा करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु दिशा निर्देश दिए थे। मामले के खुलासा के लिए लगाई गई टीम ने तकनीकी सहयोग तथा मुखबिर लगाकर जानकारी प्राप्त की।

जिससे ज्ञात हुआ कि मृतक अमृतलाल चौरे जो टाटा स्काय लगाने का काम करता था। जिसका जमानी में रहने वाली एक महिला के साथ संबंध थे, जिसके कारण मृतक का ग्राम जमानी में आना जाना होता था। दिनांक 14 अप्रैल को भी मृतक अमृतलाल ग्राम जमानी महिला से मिलने पहुंचा था। जहां मृतिका की पुत्री के अचानक जागने और चिल्लाने से मोहल्ले के लोग जमा हो गए, तो वहां से मृतक अधोवस्त्र पहने ही अन्धेरा का फायदा उठाकर महिला के घर के पीछे आम के बगीचा में भाग गया। लगभग 2 घंटे बाद मृतक पुनः महिला के घर पहुंचा लेकिन पुनः महिला की लड़की अमृतलाल को देखकर चिल्लाई तो पुनः मोहल्ले के तीन लोग लकड़ी लेकर पहुंचे जहां महिला की लड़की व तीन अन्य मोहल्ले के लोगें को लकड़ी लेकर दौड़ते देखकर मृतक पुनः अँधेरे में आम के बगीचा में भागा।

जिसका चारो आरोपियों ने दौड़कर पीछा किया जो आम के पेड़ के नीचे गिर जाने पर चारों ने डंडे से मृतक के साथ मारपीट कर हत्या आकर दी। तथा मृतक की लाश को ठिकाने लगाने के लिए उनमे से एक आरोपी ने अपनी मोटर सायकिल पर मृतक की लाश को रखकर पीछे दूसरा आरोपी बैठकर पकड़ा और लड़की की होंडा एक्टिवा पर तीसरा आरोपी बैठकर लड़की पीछे बैठकर चारो आरोपियों ने मृतक के शव को ललवानी तरफ वाली नहर के बाजू में ले जाकर मृतक के बदन पर पहनी बनियान को उतारकर मृतक के शव के पैर बांधकर नहर में फेककर वापस आए। तथा यह बात किसी को ना बताने चर्चा कर अपने अपने घर चले गए।

चूँकि घटना के बाद ग्राम जमानी में कोई व्यक्ति कुछ बोलने को तैयार नहीं हो रहा था। अतः तकनीकी संसाधनों तथा विश्वसनीय मुखबिर तंत्र के माध्यम से टीम ने चारों आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर गहन पूछताछ करने पर चारों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। साथ ही घटना में प्रयुक्त 2 वाहन, डंडे, मृतक की मोटर सायकिल, कपडे, मोबाइल व अन्य सामग्री आरोपियों के कब्जे से जप्त करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। चारो आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर जिला जेल नर्मदापुरम भेजा गया है।

थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला ने बताया की गिरफ्तार किये गए आरोपियों में दयाराम पिता बुद्धलाल टेकाम उम्र 33 वर्ष, दयाराम उर्फ पप्पू पिता बतनलाल कावरे उम्र 36 वर्ष, रामविलास पिता भागीरथ कलमे जाती कोरकू उम्र 38 वर्ष तथा एक 20 वर्षीय बालिका सभी निवासी ग्राम जमानी थाना पधारोटा के निवासी है आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त एक पेशन मोटर सायकिल तथा एक एक्टिवा, घटना में प्रयुक्त डंडे, मृतक की मोटर सायकिल, मृतक के कपडे, मोबाइल, तथा अन्य सामग्री जब्त की गई है।

पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला, उपनिरीक्षक श्रद्धा राजपूत, सहायक उपनिरीक्षक संजय रघुवंशी, प्रधान आरक्षक प्रदीप चौधरी, हेमंत तिवारी, शेख अबरार, आरक्षक हरीश डिगरसे, राजेश पवार, जयप्रकाश, गुलशन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। साथ ही सहयोगी भूमिका थाना पथरोटा से थाना प्रभारी संजीव पवार, सहायक उपनिरीक्षक मालवीय, प्रधान आरक्षक कन्हैया, आरक्षक धीरज राठौर, तथा थाना रामपुर गुर्रा से थाना प्रभारी विपिन पाल, आरक्षक रितेश येवले, थाना इटारसी से जीतेन्द्र शेशकर, साकिर, अविनाशी, प्रधान आरक्षक बबिता, अनिता, चेतना, पूनम, आरक्षक सायबर अभिषेक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।